एनवायरमेंट क्लब और वन विभाग मेरठ द्वारा संयुक्त रूप से विश्व वन्यजीव दिवस मनाया गया। मेरठ के बेगमपुल चौराहे पर क्लब सदस्यों ने विभिन्न वन्यजीवों की वेशभूषा पहनकर आमजन को वन्यजीवों के संरक्षण हेतु जागरूक किया और उनको मनुष्यों द्वारा पहुंच रही हानियों के बारे में अवगत कराया।
मुख्य अतिथि एसडीओ, वन विभाग अंशु चावला ने टीम के साथ मिलकर लोगों को वन्यजीवों को नुकसान ना पहुंचाने हेतु अपील करी। क्लब टीम ने भालू, मोर, हाथी, शेर, जिराफ, हिमालयन टाहर जैसे वन्यजीवों की वेशभूषा पहन इनकी घटती आबादी के प्रति लोगों का ध्यान खींचा। क्लब और वन विभाग की टीम ने बेगमपुल से लालकुर्ती बाजार तक एक पदयात्रा भी की, जिसमें लोगों को यह बताया गया कि जब भी जंगल के आसपास वाले क्षेत्र से निकलें तो वाहन से कूड़ा बाहर ना फेंकें क्योंकि वन्यजीवों को लगता है कि उनके लिए कुछ खाने को फेंका है तो जैसे ही वें उसे उठाने आते हैं तेज रफ्तार से आती गाड़ी से टक्कर लगने के कारण उनकी मौत हो जाती है जिसके कारण कई विशेष प्रजाति के वन्यजीवों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है।
इस दौरान लोगों को पहाड़ों पर घूमकर आने के लिए और वहां पर ना बसने के लिए प्रेरित किया गया क्योंकि यदि लोग पहाड़ों पर जाकर रहेंगे तो वहां इमारतें बनने के लिए जंगल काटे जाएंगे जिससे वन्यजीवों को परेशानी होगी क्योंकि जंगल ही वन्यजीवों का घर है। वन्यजीव दिवस की इस वर्ष की थीम वन्यजीवन के लिए प्रौद्योगिकी का महत्व बताते हुए लोगों को आवाह्न किया गया कि लुप्त होते जानवरों से संबंधित फोटो और जानकारी आपस में साझा करें ताकि जागरूकता बढ़े। क्लब संस्थापक सावन कन्नौजिया ने कहा कि आज मनुष्यों के स्वार्थ के कारण जंगली जीव शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण वर्तमान में मेरठ में तेंदुए की चहलकदमी है। हम सभी को जागरूक नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए वन्यजीवों को नुकसान ना पहुंचाकर प्रकृति में संतुलन बनाए रखना होगा। क्लब की गाजियाबाद टीम ने भी जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने वन्यजीव संरक्षण की शपथ ली।
इस अवसर पर एसडीओ वन विभाग अंशु चावला, रेंजर मदनपाल, क्लब से विधी, उत्कर्ष, नमराह, देवांक, प्रियांशु, विशांत, अमतेशवर, मनीष, विशाल, इशिका, कनिका, हर्षित, अनिरुद्ध, वन दारोगा मोहन सिंह व गुलशन, वन्यजीवरक्षक कमलेश, कार्तिक, रितिका, लक्ष्य, प्रतीक, अरूण, सावन कन्नौजिया आदि मौजूद रहे।