50 revolutionary and sacrificial families were honored by Kranti Teerth Amrit Mahotsav Organizing Committee Meerut

50 क्रांतिकारी एवं बलिदानी परिवारों को क्रांति तीर्थ अमृत महोत्सव आयोजन समिति मेरठ के द्वारा किया गया सम्मानित

मेरठ शिक्षा-चिकित्सा

आज ए एस इंटर कॉलेज मवाना मेरठ में ज्ञात अज्ञात और अल्पज्ञात क्रांतिकारियों और बलिदानियों को सच्चा सम्मान तभी मिलेगा जब नई पीढ़ी उनके बलिदानों से परिचित होकर क्रांति की आयोजन समिति गांव गांव में जाकर ऐसे क्रांतिकारियों और बलिदानियों को चिन्हित कर उनके आंगन की माटी को संकलित कर रही है इसी श्रृंखला में आज अमृत महोत्सव आयोजन समिति के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने उक्त विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर क्रान्तिकारियों और बलिदानियों के 50 से अधिक परिवारों को उपजिलाधिकारी अखिलेश यादव तथा आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने पटका तथा क्रांति तीर्थ स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन के साथ अध्यक्ष नरेंद्र स्वरूप दुबलिश ,मुख्य अतिथि अखिल कुमार कौशिक चेयरमैन नगर पालिका परिषद मवाना ,मुख्य वक्ता प्रोफेसर देवेश शर्मा, संयोजक अश्विनी त्यागी प्रभारी समाजसेवी एवं मेरठ विभाग प्रभारी वरूण अग्रवाल, प्रधानाचार्य डॉ मेघराज सिंह,प्रोफ़ेसर नवीन गुप्ता ने पदाधिकारियों के साथ किया।

कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी मवाना अखिलेश यादव ने घोषणा की कि वह क्रान्तिकारी विष्णु शरण दुबलिश की प्रतिमा को उनके गृह और जन्म स्थल पर स्थापित कराने के लिए समिति का पूरा सहयोग करेंगे और शासन से इस संबंध में शीघ्र ही पत्राचार करेंगे। मुख्य वक्ता प्रोफेसर देवेश चंद्र शर्मा ने कहा कि विश्व में अनेक ऐतिहासिक घटनाएं हुई लेकिन अट्ठारह सौ सत्तावन जैसी क्रांतिकारी घटना अपने में अद्भुत घटना है जिसने ब्रिटिश शासन की जड़ों को हिलाकर आजादी की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त किया सेवा भाव से धर्मांतरण के माध्यम से राजनीतिक लाभ प्राप्त करके भारत का आर्थिक शोषण और गुलामी की वेडियो को मजबूती देना था।

समिति के सह संयोजक तथा मीडिया प्रभारी इतिहासकार प्रोफेसर नवीन गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा की नई पीढ़ी को इस गौरवशाली बलिदानी इतिहास को बताने की आवश्यकता है 23 वर्ष का नवयुवक चंद्रभान गुप्ता अपने परिवार से मिले संस्कारों से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़ा था जिसे ब्रिटिश पुलिस के थानेदार जुल्फिकार और सहायक पुलिस अधीक्षक विलेन ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था यह घटना 9 अगस्त 1942 की भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान की है उन्होंने महान क्रांतिकारी विष्णु शरण दुबलिश की इतिहास में हुई उपेक्षा पर कहा कि विष्णु शरण दुबलिश के नाम से ब्रिटिश हुक्मरान कांपते थे और जिनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण स्वतंत्रता आंदोलन के विभिन्न महत्वपूर्ण ऐतिहासिक चरण जिनमें गांधी युगीन आंदोलनों से लेकर काकोरी एक्शन प्लान तथा भारत छोड़ो आंदोलन आदि रहे।
उनके प्रयासों से न केवल मवाना मेरठ क्षेत्र का जनमानस उनके साथ खड़ा हो गया था। जिसके कारण विभिन्न मुकदमों में उन्हें
18 साल की सजा हुई थी ।इस प्रकार उन्होंने जो जंगे आजादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह भारतीय इतिहास के पृष्ठों पर अंकित है।

मगर इतिहास लेखन की पूर्वाग्रह से ग्रस्त पाश्चात्य विद्वानों द्वारा सभी क्रांतिकारियों के बलिदानो के इतिहास को तहस नहस करने का षड्यंत्र रचा। आजादी के इस अमृत महोत्सव आयोजन के माध्यम से इन क्रान्तिकारियों और बलिदानियों को ढूंढ ढूंढ कर सम्मान और पहचान देना समिति का लक्ष्य है 15 अगस्त तक चलने वाले कार्यक्रमों का लक्ष्य है कि आयोजन समिति गांव गांव जाकर बलिदानियों और क्रान्तिकारियों के आंगन की मिट्टी को लाकर मेरठ से दिल्ली कलश यात्रा के रूप में आगामी अगस्त माह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेगी । जिस मिट्टी से क्रान्तिकारियों और बलिदानियों की स्मृति भव्य स्मारक के निर्माण की योजना है। आज के इस कार्यक्रम में मवाना क्षेत्र के 50 से अधिक क्रांतिकारी परिवारों को आयोजन समिति ने सम्मान के साथ बुलाकर उनको प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले परिवारों में ग्राम ढिकोली की श्रीमती मनभरी पत्नी जोधा सिंह, मोहम्मद साजिद पुत्र खुर्शीद अली, अशोक यादव, पुत्र इंद्राज सिंह, विनय दुबलिश पुत्र सुरेंद्र दुबलिश , निर्भीक दुबलिश कैलाश कौशिक ,श्याम प्रकाश कौशिक, मवाना विनीत कुमार पुत्र टीकम सिंह, धूप सिंह, यशपाल सिंह ,प्रदीप कुमार, महिपाल सिंह यादव, गजेंद्र पाल सिंह चौहान, छोटे सिंह,कपिल देव, सुभाष दीक्षित, धारा सिंह त्यागी ,सुशील गुप्ता, कृष्ण मोहन पालीवाल, जयचंद फौजी ,श्रीमती सौभाग्यवती, राजीव कुमार गर्ग अध्यक्ष तथा कृष्ण पाल सिंह, महामंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिषद जनपद मेरठ, विनय कुमार, राम रतन रस्तोगी, मुनेश कुमार अभिप्रकाश मित्तल, भूदेव शर्मा इंद्रपाल गुप्ता ,कृष्ण पाल सिंह , अखिलेश रस्तोगी, रविंद्र कुमार, राजेंद्र चौहान , आकर्ष गोयल पौत्र चंद्रभान गुप्ता मुबारिकपुर, सहदेव शर्मा गेसूपुर आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चेयरमैन अखिल कौशिक, अध्यक्ष नरेंद्र स्वरूप दुबलिश, प्रधानाचार्य डॉ0 मेघराज सिंह, प्रोफ़ेसर विवेक त्यागी, कृष्ण पाल सिंह महामंत्री मधुर कौशिक प्रोफेसर हरेंद्र सिंह बृजभूषण गर्ग आदि ने भी क्रांतिकारियोंऔर बलिदानियों को श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। संयोजक अश्वनी त्यागी जी ने विस्तार से रूपरेखा प्रस्तुत की। मंच संचालन मीडिया प्रभारी प्रोफेसर नवीन गुप्ता ने किया। मेरठ जनपद प्रभारी समाजसेवी एवं मेरठ विभाग प्रभारी वरूण अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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