फेक खबरों से पत्रकारिता की साख में आई गिरावट : हितेश शंकर
उमेश श्रीवास्तव न्यूज 18 को सम्मनित करते अतिथि
मेरठ। पत्रकारिता में पैसा कम है लेकिन पैशन बहुत है जब पैशन कम होता है तो पत्रकारता में परिवर्तन आता है। फेक खबर चलाने के चक्कर में पत्रकारिता की साख में गिरावट आई। पत्रकारिता का काम झूठ को पकड़कर समाज के सामने लाने का है लेकिन पत्रकार जब अपने संसाधनों का प्रयोग कर झूठी खबर फैलाता है तो समाज में गलत संदेश जाता है। यह बात विश्व संवाद केंद्र और तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में नारद जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने कही।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता हितेश शंकर ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय आंदोलन से लेकर वर्तमान तक पत्रकारिता की यात्रा पर व्यहंगम प्रकाश डाला। कहा कि भारत की पत्रकारिता दुनिया का अनूठा उदाहरण है, राष्ट्र का नेतृत्व करने वाले तिलक, गांधी, मालवीय, बाबा साहब अम्बेडकर, लाजपत राय, डॉ हेडगेवार आदि ने राष्ट्र सेवा का माध्यम पत्रकारिता को बनाया । मर्यादित भाषा में सत्य कहने का साहस भारतीय पत्रकारिता का गुण रहा है। आपातकाल के समय के बाद देश की पत्रकारिता के स्वरूप में बदलाव आया, वर्तमान मीडिया पर विचारधारा का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ कला संकाय के डीन और अकैडमिक डायरेक्टर प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि नारद जी श्रेष्ठ के प्रतीक थे नारद जी को फिल्मों में गलत रूप में प्रस्तुत कर उनकी छवि को धूमिल करने का काम किया संचार संप्रेषण करने के नारद जी आद्य पत्रकार थे हिंदी पत्रकारिता ने साहित्य को भी बहुत कुछ दिया हिंदी पत्रकारिता हमारी भाषा को भी श्रेष्ठ बनती है पत्रकारिता व्यक्तित्व का विकास करती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता के विषय में हम क्या कर सकते हैं पत्रकारों को इस विषय में चिंतन करना चाहिए अपने ज्ञान के क्षेत्र का भी विस्तार करना चाहिए आधुनिकता के साथ भारत का अच्छा चरित्र प्रस्तुत करें। इससे पूर्व प्रांत के प्रचार प्रमुख सुरेंद्र कुमार ने पत्रकारिता के इतिहास को प्रस्तुत किया उन्होंने बताया कि पत्रकारिता ने का आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी के समय जितने भी पत्र प्रकाशित होते थे उन्होंने लोगों में आजादी के प्रति अलख जागने का काम किया। पत्रकारिता के प्रति एक जुनून था उसे जुनून से ही अनेक अखबार प्रकाशित हुए। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे विश्व संवाद केंद्र न्यास के अध्यक्ष श्याम बिहारी लाल ने कहा कि पत्रकारिता एक विश्वास है खबर पढ़कर या सुनकर समाज उसको सही मानता है इसीलिए पत्रकारों को अपने विश्वसनीयता बनाए रखना चाहिए। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने सभी का धन्यवाद व्यापित किया।
इस अवसर पर तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के छात्र व छात्राओं द्वारा एक सुंदर नाटिका प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम के दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले पांच लोगों को सम्मानित भी किया गया।
प्रिंट मीडिया – भूपेश उपाध्याय संपादक हिंदुस्तान मुरादाबाद
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया – उमेश श्रीवास्तव न्यूज 18
फोटोग्राफर – शिवम अग्रवाल दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
सोशल मीडिया – दिव्य सोती
शिक्षक – डॉक्टर बीनम यादव तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ
इस अवसर पर सह प्रांत प्रचार प्रमुख प्रीतम कुमार, पंकज राज शर्मा, प्रोफेसर नवीन चंद लोहनी, प्रोफेसर अशोक कुमार, डॉक्टर दीपिका वर्मा, सुनील कुमार, संजीव गर्ग, मितेंद्र कुमार गुप्ता, डॉक्टर दिशा दिनेश, सुमंत डोगरा, लव कुमार, राकेश कुमार ज्योति वर्मा आदि मौजूद रहे।