गलगोटिया युनिवर्सिटी क्यूएस रैंकिंग 2026 में दुनिया की अग्रणी युनिवर्सिटियों में से एक

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नेशनल, 20 जून, 2025: गलगोटिया युनिवर्सिटी ने क्वाक्रेली सायमंड्स द्वारा जारी क्यूएस वर्ल्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में 1201-1400 ग्लोबल ब्राण्ड्स में प्रतिष्ठित स्थान हासिल किया है। टॉप प्राइवेट युनिवर्सिटियों में 15वां तथा सभी भारतीय- सार्वजनिक एवं निजी- युनिवर्सिटियों में 43वां रैंक मिलना युनिवर्सिटी के लिए बड़ी उपलब्धि है, जो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अकादमिक उत्कृष्टता, विश्वस्तरीय प्रासंगिकता एवं इनोवेशन के लिए गलगोटिया की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।


कई अन्य विशिष्टताओं के अलावा युनिवर्सिटी ने यह उल्लेखनीय मान्यता हासिल की है, जो गलगोटिया के अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण एवं अकादमिक प्रतिष्ठा को इंगित करती हैं। युनिवर्सिटी अंतर्राष्ट्रीय छात्रों एवं अंतर्राष्ट्रीय विविधता के लिए भारत में 6ठे, अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी के लिए 9वें, फैकल्टी-छात्र अनुपात के लिए 13वें, अकादमिक प्रतिष्ठा के लिए 20वें स्थान पर है- यह रैंकिंग युनिवर्सिटी के विश्वस्तरीय मानकों एवं छात्र-उन्मुख दृष्टिकोण को दर्शाती है।
इस अवसर पर गलगोटिया युनिवर्सिटी के सीईओ डॉ ध्रुव गलगोटिया ने कहा, ‘‘यह गलगोटिया युनिवर्सिटी के लिए गौरव का समय है। क्यूएस रैंकिंग में स्थान हासिल करना विश्वस्तरीय शिक्षा, आधुनिक अनुसंधान तथा हमारे छात्रों के समग्र विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम इस उपलब्धि का श्रेय हमारी बेहतरीन फैकल्टी, छात्रों एवं साझेदारों को देते हैं, जो उत्कृष्टता की सभी सीमाओं को पार करना जारी रखे हुए हैं।’
गलगोटिया की इन उपलब्धियों के पीछे इसका बदलावकारी शैक्षणिक मॉडल- द गलगोटिया स्टूडेन्ट-सेंट्रिक एक्टिव लर्निंग इकोसिस्टम (G-SCALE)- है जो छात्रों को रट कर पढ़ाने के बजाए आपसी सहयोग, व्यवहारिक एवं उद्योग जगत के अनुकूल शिक्षा प्रदान करता है। वास्तविक दुनिया की परियोजनाओं से लेकर आधुनिक इनोवेशन लैब्स जैसे एप्पल एवं इन्फोसिस द्वारा पावर्ड आईओएस डेवलपमेन्ट सेंटर तक, गलगोटिया छात्रों को विश्वस्तरीय करियर बनाने तथा वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करती है।
डॉ ध्रुव गलगोटिया पढ़ाने के पुराने तरीकों से आगे बढ़कर सक्रिय लर्निंग, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं इनोवेशन को बढ़ावा देते आए हैं। उनका दृष्टिकोण एकदम स्पष्ट है- हमें भारत की सर्वश्रेष्ठ युनिवर्सिटियों में से एक नहीं बनना है- बल्कि ऐसी युनिवर्सिटी बनानी है जिससे पूरी दुनिया सीख सके।
माननीय चांसलर सुनील गलगोटिया ने समग्र विकास, नैतिक मूल्यों एवं विश्वस्तरीय शिक्षा पर फोकस करते हुए गलगोटिया युनिवर्सिटी की नींव रखी थी। समावेशी एवं चरित्र-उन्मुख लर्निंग के उनके दृष्टिकोण ने युनिवर्सिटी के मूल्यों को मार्गदर्शन दिया है।
गलगोटिया युनिवर्सिटी, सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल युनिवर्सिटी (एनटीयू) के सहयोग एवं मार्गदर्शन द्वारा भारत में सक्रिय लर्निंग लाकर उच्च शिक्षा के नियमों को बदलने के लिए तत्पर है।
प्रभावी अनुसंधान, विश्वस्तरीय साझेदारियों, भविष्य के लिए तैयार लर्निंग के प्रति समर्पण के चलते गलगोटिया केवल 14 सालों में भारत के सबसे तेज़ी से विकसित होते अकादमिक संस्थानों में शामिल हो गई है। इस क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग उपलब्धि के साथ गलगोटिया न सिर्फ ग्लोबल प्लेसमेन्ट का जश्न मना रही है बल्कि उच्च शिक्षा को नए सिरे से परिभाषित करने के लिए भी तैयार है।

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