सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ के त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी का भव्य शुभारंभ

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गौरवशाली इतिहास के साथ भारत आज विश्व का नेतृत्व कर रहा है –
दीपक वोहरा, राजदूत, अफ्रीका व लद्दाख में विशेष सलाहकार

मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय एवं अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ कार्यक्रम के अंतर्गत त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी का भव्य शुभारंभ हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता अफ्रीका व लदाख में विशेष सलाहकार राजदूत दीपक वोहरा, सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती स्तुति नारायण कक्कड़, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के निदेशक डॉ.राकेश सिंह, आईपीएस डॉ.राजीव दीक्षित, प्रतिकुलपति डॉ.हिमांशु ऐरन, कार्यक्रम संयोजक व सम्राट अशोक सुभारती बुद्धिस्ट स्टडीज के सलाहकार डॉ.हिरो हितो ने तथागत बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने सभी अतिथियों का सुभारती विश्वविद्यालय आगमन पर अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। इसके तहत भारत की विभिन्न संस्कृति और परंपराओं का सम्मान तथा समानता, न्याय, विकास और देश की प्रगति के लिय सभी को प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण जी के राष्ट्र भाव की प्रेरणा से यह कार्यक्रम उत्साह के साथ आयोजित किया जा रहा है।

मुख्य वक्ता अफ्रीका व लद्दाख में विशेष सलाहकार राजदूत दीपक वोहरा ने कहा कि भारत देश अपनी परंपराओं और गौरवशाली इतिहास के साथ आज विश्व का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा देश युवा शक्ति के साथ विश्व में उभरती हुई अर्थव्यवस्था बन रहा है तथा युवाओं को अपने महापुरुषों व इतिहास से प्रेरणा लेकर देशहित में अपनी योग्यता से कार्य करने चाहिए। वर्तमान समय में भारत की उभरती हुई जीडीपी सहित देश के विभिन्न सेक्टर में वृहद स्तर पर हो रहे विकास कार्यो से सभी को रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि भारत को भारत की नजर से देख कर अपनी हर एक संपदा पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर नागरिक के सहयोग व जागरूकता से देश विकसित होता है तथा अनेकता में एकता ही भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाती है। उन्होंने कहा कि तथागत बुद्ध की शिक्षाएं भी आज के समय में प्रासंगिक है, जो भारत को श्रेष्ठ बनाती है।

जेएनयू से आए प्रो. सी उपेन्द्र राव ने कहा कि वर्तमान भारत की ऊर्जा प्राचीन भारत के इतिहास पर आधारित है। उन्होंने कहा कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत एक भाव है तथा भारत की एकता और श्रेष्ठता का प्रतीक है यह विचार हमारे देश की विविधता में एकता को दर्शाता है। भारत एक विशाल देश है जहाँ विभिन्न भाषाएँ, संस्कृतियाँ, और धर्म हैं। इसके अनुसार हम सभी भारतीय हैं और हमारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी सामर्थ्य है।

कुलाधिपति स्तुति नारायण कक्कड़ ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का नारा देश के हर नागरिक के सहयोग से साकार होगा। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को मिलकर अपने देश को श्रेष्ठ बनाना है, इसके लिए देश के इतिहास व बलिदानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय प्रमुखता से ऐसे कार्य कर रहा है, जिससे देश विकास की गति पर तेजी से आगे बढे़। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र से सभी को अवगत कराया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के निदेशक डॉ.राकेश सिंह का आभार प्रकट करते हुए उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की।

त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी के संयोजक डॉ.हिरो हितो ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ कार्यक्रम के अंतर्गत त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी के भव्य शुभारंभ पर अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश के संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह जी एवं प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग श्री मुकेश कुमार मेश्राम का अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय एवं अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत 28 से 30 जून 2024 तक त्रिदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 29 जून दिन शनिवार को एक भारत, श्रेष्ठ भारत पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे तथा प्रबुद्ध विद्वानों द्वारा सत्र परिचर्चा भी रहेगी। 30 जून 2024 को तीसरे दिन एक भारत, श्रेष्ठ भारत विषय पर विभिन्न मतावलंबी विद्वानों द्वारा परिचर्चा आयोजित की जाएगी एवं परिचर्चा उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।

कार्यक्रम में आईपीएस मेरठ आर्थिक अपराध शाखा से डॉ.राजीव दीक्षित, प्रो. रेनू शुक्ला, डॉ.आनन्द वर्धन, डॉ.सत्येंद्र पांडे, डॉ. भारती, फाम सोन फोंग, डोंग थेंग, ओभासा विद्याधीतया, चर्मरी तांगकसिकित ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में सुभारती फाइन आर्ट्स कॉलेज के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुभारती फाइन आर्ट कॉलेज की आर्ट गैलरी में एक भारत, श्रेष्ठ भारत पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। बीएचयू के पूर्व छात्रों द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।

मंच का संचालन डॉ.सीमा शर्मा ने किया। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के निदेशक डॉ.राकेश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर डॉ.वैभव गोयल भारतीय, डॉ.सत्यम खरे, डॉ. मनोज कपिल, डॉ.सोकिन्द्र कुमार, डॉ.अभय शंकरगौड़ा, डॉ. पिन्टू मिश्रा, डॉ.सरताज अहमद, डॉ भावना ग्रोवर, डॉ.जासमीन आनन्दाबाई, समीर सिंह आदि सहित सभी संकाय व विभाग के प्राचार्य शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपिस्थत रहें।

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