खाद्य सुरक्षा ही स्वस्थ भविष्य की गारंटी दे सकता है- वैभव शर्मा

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आज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग में माननीय कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी की अध्यक्षता में तथा विभागअध्यक्ष प्रोफेसर जितेंद्र सिंह के निर्देशन में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक स्वस्थ कल के लिए खाद्य सुरक्षा था।

इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में मेरठ के खाद सुरक्षा अधिकारी वैभव शर्मा,राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन से डॉक्टर अंकुर ओझा एवं डॉक्टर शेखर अग्निहोत्री, प्रोफेसर जयमाला, उपस्थिति रहे।इस संगोष्ठी का शुभारंभ सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी ने कहा दुनिया में खाद सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है तथा स्वस्थ आहार संक्रमण और बीमारियों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खाद्य विक्रेता को अपने पदार्थों की गुणवत्ता की गारंटी देनी चाहिए।
जीव विज्ञान विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर जितेंद्र सिंह ने विभाग में हो रही गतिविधियों के बारे में विस्तृत बताते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया।इस संगोष्ठी में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान से आए डॉक्टर अंकुर ओझा एवं डॉक्टर शेखर अग्निहोत्री खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री वैभव शर्मा जी ने अपने-अपने व्याख्यान इस संगोष्ठी में दिये।


प्रथम सत्र में डॉक्टर वैभव शर्मा ने आजकल खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट के बारे में चर्चा करते हुए कहा की खाद्य सुरक्षा के सुधार से उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ती है। स्वस्थ कल के लिए खाद्य सुरक्षा अति आवश्यक है खाद सुरक्षा से ही हम भविष्य में होने वाली बहुत से बीमारियों से बचा जा सकता है।संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान से आए असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंकुर ओझा ने एफएसएसएआई के द्वारा खाद्य सुरक्षा के लिए बनाए गए नियमों पर चर्चा की तथा गलत प्रचार प्रसार पर रोक लगाने हेतु विभिन्न तरीके बताएं की मार्केट में मिलने वाला प्रोडक्ट कंज्यूमर के हिसाब से हो ना कि कंस्यूमर को मिस लीड करता हो। संगोष्ठी के तृतीय सत्र में डॉक्टर शेखर अग्निहोत्री ने खाद्य पदार्थों के शेल्फ लाइफ के बारे में बताया तथा उन्होंने किसी खाद्य पदार्थ में होने वाले बीमारियों के बारे में चर्चा की तथा अलग-अलग खाद्य पदार्थ को अलग-अलग पदार्थ से पैकेजिंग करने के बारे में बताया एक ऐसे पदार्थ के बारे में भी बताया जो कि मानव शरीर में आराम से बच सकता है परंतु जब वह बाहर रहता है तो वह पैकेजिंग का कार्य करता है।


इस संगोष्ठी के संयोजक डॉ अश्वनी शर्मा डॉक्टर देवेंद्र कुमार डॉक्टर कपिल स्वामी ने सभी आगंतुकों प्रतिभागियों, तथा सभी शिक्षकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में डॉक्टर लक्ष्मण नागर, डॉक्टर दिनेश कुमार शर्मा डॉक्टर दिलशाद अली, डॉक्टर अंजलि मलिक डॉक्टर दिनेश पवार उपस्थित रहे।

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