चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ को ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) के तहत 11 नए पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए यूजीसी की स्वीकृति मिली

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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में मंगलवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने बताया कि यूजीसी ने विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा मोड में मान्यता दे दी है। अब यहां से स्टूडेंट डिस्टेंस लर्निंग कोर्स कर सकेंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले और कामकाजी लोगों को घर बैठे कार्स करने का फायदा मिलेगा।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू), मेरठ, ने अपने उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता और समर्पण के कारण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) कार्यक्रमों के तहत 11 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वीकृति प्राप्त की है। यह पहल कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के कुशल एवं सशक्त नेतृत्व में छात्रों को लचीले और सुलभ शिक्षा के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। बीबीए, एमए शिक्षा शास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, एमसीए, एमकॉम, एमबीए मार्कटिंग, फाइनेंस, हयूमन रिसोर्स कराए जाएंगे।
सीसीएसयू की उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता और रैंकिंग
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक गुणवत्ता के मानकों में लगातार सुधार करते हुए उल्लेखनीय रैंकिंग और मान्यता प्राप्त की है। सीसीएसयू को नैक ए प्लस प्लस द्वारा उच्च ग्रेडिंग प्राप्त है, जो विश्वविद्यालय के शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रमाण है। यूजीसी द्वारा ओडीएल कार्यक्रमों के लिए अनुदान और अनुमोदन प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक था कि विश्वविद्यालय कम से कम ग्रेड-1 श्रेणी में आता हो और नैक द्वारा दी गई रैंकिंग में उसकी स्थिति अच्छी हो। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इन मानकों को पूरा करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अपनी साख बनाई है और इसी कारण इसे ओडीएल पाठ्यक्रमों के संचालन की अनुमति प्रदान की गई है।
ओडीएल के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार
सीसीएसयू अब उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख विश्वविद्यालयों जैसे लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ, छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के साथ उन विश्वविद्यालयों की श्रेणी में आ गया है, जिन्हें यूजीसी से ओडीएल कार्यक्रम संचालित करने की स्वीकृति प्राप्त है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को सबसे अधिक 11 विषय की अनुमति मिली है। यूजीसी का ओडीएल के प्रति विजन यह है कि शिक्षण प्रणाली अधिक समावेशी और लचीली हो, ताकि छात्रों को अपनी सुविधा अनुसार अध्ययन करने का अवसर मिले और उन्हें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त हो।

भविष्य की योजनाएँ और क्रियान्वयन
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय विभिन्न जिलों में अध्ययन केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जहाँ छात्रों को मार्गदर्शन, परीक्षाओं की सुविधा और अन्य शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय स्थानीय उद्योगों और संगठनों के साथ साझेदारी करके छात्रों को व्यावहारिक अनुभव देने की योजना बना रहा है, जिससे उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि हो सकेगी।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, “हम अपने ओडीएल कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा की पहुंच बढ़ाने और छात्रों को समाज में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा उद्देश्य है कि हमारे ये पाठ्यक्रम समृद्ध और सहायक शिक्षा अनुभव प्रदान करें, जो सीसीएसयू की शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक बनें। इस पहल के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रदेश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा का विस्तार करेगा, जिससे एक समावेशी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रणाली का निर्माण होगा।
इस अवसर पर शोध निदेशक प्रो0 बीरपाल सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो0 भूपेंद्र सिंह, प्रो0 मृदुल गुप्ता, प्रो0 राकेश कुमार शर्मा, प्रो0 केके शर्मा, डॉ0 जितेंद्र सिंह प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, इंजीनियर प्रवीण पवार आदि मौजूद रहे।

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